बहुत कुछ है अभी बहुत कुछ है अभी
नये दिन की नयी शुरुआत बाकी है। नये दिन की नयी शुरुआत बाकी है।
सचमुच यह कितना सरल है कितना अद्भुत है। सचमुच यह कितना सरल है कितना अद्भुत है।
संघर्ष का मंतव्य बहुत कुछ कह पायेगा, जीवन खुशियों से भर जायेगा। संघर्ष का मंतव्य बहुत कुछ कह पायेगा, जीवन खुशियों से भर जायेगा।
वो सवाल से डरता बहुत है जो भी जुल्म करता बहुत है वो सवाल से डरता बहुत है जो भी जुल्म करता बहुत है
स्पर्श हरा है अभी स्पर्श हरा है अभी